राजनीति
राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा में सपा अध्यक्ष अखिलेश आज रायबरेली नहीं कल मुरादाबाद जाएंगे
सपा व कांग्रेस के बीच लोकसभा चुनाव में सीटों को लेकर नहीं बन पा रही सहमति
पहले सपा ने कांग्रेस को दी थीं 11 सीटें, अब 17 की पेशकश की, कांग्रेस का नहीं आया कोई जवाब
लखनऊ। विपक्षी गठबंधन आइएनडीआइए की गांठ उत्तर प्रदेश में उलझती जा रही है। सपा व कांग्रेस के बीच लोकसभा चुनाव में सीटों को लेकर अंतिम निर्णय न होने के कारण अब कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव रायबरेली में भी शामिल नहीं होंगे।
यह यात्रा सोमवार को अमेठी के बाद मंगलवार को रायबरेली पहुंच रही है। सपा प्रमुख ने अब बुधवार 21 फरवरी को मुरादाबाद जाने का कार्यक्रम बना लिया है।
इससे पहले सोमवार को सपा ने कांग्रेस को 17 सीटें देने की पेशकश की थी। कांग्रेस मुरादाबाद, फर्रूखाबाद व बलिया लोकसभा सीट भी चाहती है। मुरादाबाद सपा की जीती हुई सीट है जबकि बलिया में पार्टी की मजबूत सीटों में एक है। फर्रूखाबाद में तो सपा ने अपना प्रत्याशी तक घोषित कर दिया है।
सपा की ओर से 17 सीटों की पेशकश पर कांग्रेस की ओर से देर शाम तक कोई जवाब नहीं आने के बाद अखिलेश रायबरेली में भी राहुल की यात्रा में शामिल नहीं होंगे। उन्होंने बुधवार को मुरादाबाद जाने का कार्यक्रम बना लिया है। पहले उन्हें 22 फरवरी को यहां जाना था।
दरअसल, सपा मुखिया अखिलेश ने छह फरवरी को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के निमंत्रण को स्वीकार करते हुए राहुल गांधी की न्याय यात्रा में अमेठी या रायबरेली में शामिल होने की बात कही थी। सपा के मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने बताया कि हमने कांग्रेस को 17 लोकसभा सीट देने की पेशकश की है।
इस पर कांग्रेस की ओर से हरी झंडी मिलने के बाद ही अखिलेश यादव रायबरेली में राहुल की न्याय यात्रा में शामिल होते, लेकिन देर शाम तक कांग्रेस की ओर से कोई जवाब नहीं आया। उन्होंने उन सीटों का नाम बताने से इनकार कर दिया, जिनकी पेशकश कांग्रेस को की गई है।
अखिलेश ने पहले कांग्रेस को 11 सीटें देने की बात कही थी। रालोद के गठबंधन से अलग होने के बाद सपा ने कांग्रेस को पहले 15 और अब 17 सीटें देने की बात कही है। हालांकि कांग्रेस की ओर से अभी तक इसको सहमति या असहमति प्रकट नहीं की गई है।
