हल्द्वानी
हल्द्वानी में “थैंक्यू काफल” पार्टी में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत बोले: काफल ने दिलाई उत्तराखंड को नई पहचान, रोजगार भी बढ़ाया
हल्द्वानी। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने शुक्रवार शाम हल्द्वानी के पीलीकोठी स्थित संकल्प बैंक्वेट हॉल में आयोजित “थैंक्यू काफल” पार्टी में कहा कि पहाड़ी राज्य उत्तराखंड को काफल ने नई पहचान दिलाई है। उन्होंने बताया कि आज पहाड़ में जिस काफल की कभी बेइज्जती होती थी, वही देहरादून में 600 रुपये प्रति किलो बिक रहा है। उन्होंने कहा कि करीब 75 हजार लोग काफल बेचकर अपनी आजीविका चला रहे हैं, जिससे पहाड़ के लोगों को रोजगार भी मिला है।
हरीश रावत ने कहा कि जब उन्होंने पहाड़ी उत्पादों को आगे बढ़ाने के लिए प्रचार किया था, तो भाजपा नेताओं ने इसे सियासी स्टंट कहा था। लेकिन अब काफल का सम्मान और बाजार में मांग बढ़ रही है, जो पहाड़ के लिए एक शुभ संकेत है। उन्होंने देश-विदेश में काफल के प्रचार और हर घर के आसपास इसके पौधे लगाने की अपील भी की।
रंग ला रही है पूर्व सीएम की मेहनत: यशपाल
कार्यक्रम में नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि हरीश रावत की मेहनत और पहाड़ के उत्पादों को बढ़ावा देने की उनकी कोशिश रंग ला रही है। देश-विदेश में पहाड़ी उत्पादों की मांग बढ़ रही है, जिससे राज्य को नई पहचान मिल रही है। विधायक सुमित हृदयेश ने भी पहाड़ी उत्पादों के प्रचार पर जोर दिया।
पूर्व सैनिक और वरिष्ठ नागरिकों का सम्मान
समारोह में वरिष्ठ नागरिक दुर्गा दत्त तिवारी, हेमा बोरा, बच्ची देवी समेत अन्य पूर्व सैनिकों को भी पूर्व मुख्यमंत्री ने सम्मानित किया। रामनगर के पालिका अध्यक्ष मोहम्मद अकरम ने ‘बेडू पाको बारामास’ गीत गाकर समां बांध दिया।
कार्यक्रम में कांग्रेस के नेता हुए एकजुट
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने इस कार्यक्रम के जरिए कांग्रेस को एकजुट करने की अपील की। उन्होंने कहा कि सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं को संगठन के लिए ईमानदारी से काम करना चाहिए। कार्यक्रम में पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल, विधायक मनोज तिवारी, पूर्व विधायक ललित फस्र्वाण, हेमंत खर्कवाल, पूर्व सांसद प्रदीप टम्टा, विधायक हरीश धामी, जिलाध्यक्ष राहुल छिमवाल सहित तमाम नेता मौजूद रहे।
गैरमौजूद रहे कुछ बड़े नेता
हालांकि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा और पूर्व विधायक रणजीत रावत इस कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए, जिसकी चर्चा कार्यक्रम स्थल पर खूब रही।
कुल मिलाकर “थैंक्यू काफल” पार्टी में हरीश रावत ने पहाड़ी उत्पादों को लेकर अपनी मेहनत को सार्थक बताते हुए, पहाड़ के लोगों को नई उम्मीद और कांग्रेस को नई ऊर्जा देने का प्रयास किया।
